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एक इंतजार की दास्तान: A tale of waiting #tale

### एक इंतजार की दास्तान


A tale of waiting: चांदनी रात थी, और रिया अपनी छत पर खड़ी आसमान को निहार रही थी। तारे टिमटिमा रहे थे, जैसे कोई अनकहा संदेश भेज रहे हों। रिया का मन भी वैसे ही टिमटिमा रहा था, एक उम्मीद, एक चाहत, और एक अनकहा प्रेम। रिया की जिंदगी में एक खास लड़का था, अंशुल, जिसे वह दिल की गहराइयों से चाहती थी। लेकिन वह अपने दिल की बात कहने की हिम्मत कभी नहीं जुटा पाई थी। उसे उम्मीद थी कि एक दिन अंशुल खुद उससे अपने दिल की बात कहेगा।

एक इंतजार की दास्तान: A tale of waiting #tale
एक इंतजार की दास्तान: A tale of waiting #tale


रिया और अंशुल बचपन के दोस्त थे। दोनों ने साथ में स्कूल की पढ़ाई की थी और अब कॉलेज में भी एक ही क्लास में थे। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि हर कोई उनकी मिसाल देता था। लेकिन इस गहरी दोस्ती में रिया का दिल कब अंशुल के लिए धड़कने लगा, उसे खुद भी पता नहीं चला।


एक दिन, कॉलेज के कैंटीन में बैठे हुए, अंशुल ने रिया से कहा, "रिया, तुम जानती हो, मैं अपने करियर को लेकर कितना सीरियस हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे सपने पूरे हों और इसमें तुम्हारा साथ हमेशा बना रहे।"


रिया ने मुस्कुराते हुए कहा, "अंशुल, तुम्हारे सपने मेरे भी सपने हैं। मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं।"


लेकिन अंशुल की बातों में रिया को वो बात नहीं मिली जिसकी उसे तलाश थी। वह चाहती थी कि अंशुल उससे कहे कि वह भी उसे प्यार करता है। लेकिन अंशुल ने कभी ऐसा कुछ नहीं कहा। 

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समय बीतता गया, और रिया का इंतजार और लंबा होता गया। हर रोज जब वह अंशुल से मिलती, उसका दिल एक नई उम्मीद के साथ धड़कता, कि शायद आज अंशुल उससे अपने दिल की बात कह देगा। लेकिन हर दिन उसके इंतजार का सिलसिला और लंबा हो जाता।

फिर एक दिन, कॉलेज के वार्षिकोत्सव की तैयारियाँ चल रही थीं। रिया और अंशुल भी इन तैयारियों में व्यस्त थे। दोनों ने एक नाटक में मुख्य भूमिका निभाने का फैसला किया था। नाटक का नाम था "प्रेम की अनकही कहानी"। 


नाटक के दौरान, रिया और अंशुल के बीच की केमिस्ट्री को देखकर हर कोई हैरान था। उनकी अदाकारी इतनी सजीव थी कि मानो वे सच में अपने किरदारों को जी रहे हों। नाटक के अंत में, जब दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया, तो रिया का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। उसे लगा कि शायद यह पल वास्तविकता में बदल जाएगा। 


लेकिन नाटक खत्म हुआ और अंशुल ने कुछ नहीं कहा। रिया की आँखों में आंसू आ गए, लेकिन उसने अपने दिल को संभाला और मुस्कुरा कर सबके सामने आई।


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उस रात, रिया छत पर बैठी चांदनी रात को निहार रही थी। उसकी आँखों में आंसू थे, और दिल में एक अनकहा दर्द। वह सोच रही थी कि क्या उसे अपने दिल की बात अंशुल से कह देनी चाहिए? लेकिन फिर उसने खुद को समझाया, "नहीं रिया, अंशुल को खुद यह समझना होगा। अगर उसका भी दिल तुम्हारे लिए धड़कता है, तो वह जरूर कहेगा।"


रिया का इंतजार और बढ़ता गया। एक दिन, कॉलेज में एक संगीत प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। अंशुल ने रिया को उसके गाने में साथ देने के लिए कहा। रिया ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। उन्होंने एक रोमांटिक गीत चुना, जिसे गाते हुए दोनों के बीच की भावनाएँ और भी प्रकट हो गईं। 


मंच पर खड़े होकर जब दोनों ने गीत गाया, तो पूरे हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। लेकिन रिया के दिल में एक सवाल गूंज रहा था - "क्या अंशुल भी मुझे उतना ही प्यार करता है जितना मैं उसे?"

समय बीतता गया, और रिया का इंतजार एक अनकही कहानी बन गया। उसने अंशुल से कभी अपने दिल की बात नहीं कही, लेकिन उसकी आँखों में हमेशा एक उम्मीद झलकती थी। अंशुल भी उसकी आँखों में कुछ तो देखता था, लेकिन उसने कभी कुछ नहीं कहा।


फिर एक दिन, अंशुल ने रिया को एक पार्क में बुलाया। रिया का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। उसने सोचा, "शायद आज अंशुल मुझे अपने दिल की बात कहने वाला है।" 


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जब वे पार्क में मिले, अंशुल ने रिया से कहा, "रिया, तुम्हारे बिना मेरी जिंदगी अधूरी है। तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो, और मैं तुम्हारे साथ हर पल बिताना चाहता हूं।"


रिया की आँखों में आंसू आ गए। उसने सोचा, "क्या आज मेरा इंतजार खत्म हो जाएगा?" लेकिन अंशुल ने सिर्फ इतना कहा, "मैं तुम्हारे साथ हर खुशी और दुख बांटना चाहता हूं।"


रिया ने अपनी आँखों के आंसू पोछे और मुस्कुराते हुए कहा, "अंशुल, मैं भी तुम्हारे साथ हर खुशी और दुख बांटना चाहती हूं।" लेकिन उसके दिल में एक अनकहा दर्द था।

समय बीतता गया, और रिया का इंतजार और लंबा होता गया। उसने अपने दिल की बात अंशुल से कभी नहीं कही, लेकिन उसकी आँखों में हमेशा एक उम्मीद झलकती थी। अंशुल भी उसकी आँखों में कुछ तो देखता था, लेकिन उसने कभी कुछ नहीं कहा।


फिर एक दिन, अंशुल ने रिया को एक सरप्राइज पार्टी में बुलाया। रिया का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। उसने सोचा, "शायद आज अंशुल मुझे अपने दिल की बात कहने वाला है।"


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पार्टी में, अंशुल ने सभी के सामने रिया का हाथ पकड़कर कहा, "रिया, तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो और मैं तुम्हारे बिना अपनी जिंदगी की कल्पना नहीं कर सकता।"


रिया की आँखों में आंसू आ गए। उसने सोचा, "क्या आज मेरा इंतजार खत्म हो जाएगा?" लेकिन अंशुल ने सिर्फ इतना कहा, "मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा।"


रिया ने अपनी आँखों के आंसू पोछे और मुस्कुराते हुए कहा, "अंशुल, मैं भी हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी।" लेकिन उसके दिल में एक अनकहा दर्द था।


समय बीतता गया, और रिया का इंतजार और लंबा होता गया। उसने अपने दिल की बात अंशुल से कभी नहीं कही, लेकिन उसकी आँखों में हमेशा एक उम्मीद झलकती थी। अंशुल भी उसकी आँखों में कुछ तो देखता था, लेकिन उसने कभी कुछ नहीं कहा।


फिर एक दिन, रिया ने फैसला किया कि अब वह और इंतजार नहीं करेगी। उसने अंशुल से मिलने का फैसला किया और उससे अपने दिल की बात कहने का मन बना लिया।


रिया ने अंशुल को एक पार्क में बुलाया। जब वे पार्क में मिले, रिया ने अंशुल से कहा, "अंशुल, मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूं।"


अंशुल ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा, "हां, रिया, कहो।"


रिया ने अपनी सारी हिम्मत जुटाते हुए कहा, "अंशुल, मैं तुम्हें बहुत प्यार करती हूं।"


अंशुल ने उसकी आँखों में देखा और मुस्कुराते हुए कहा, "रिया, मुझे पता था कि तुम मुझसे यह कहोगी। लेकिन मैं भी तुमसे कुछ कहना चाहता हूं।"


रिया ने उम्मीद भरी निगाहों से अंशुल को देखा। 


अंशुल ने कहा, "रिया, मैं भी तुम्हें बहुत प्यार करता हूं। लेकिन मुझे हमेशा यह डर था कि अगर मैं तुमसे अपने दिल की बात कहूंगा, तो कहीं हमारी दोस्ती पर इसका असर न पड़े। लेकिन अब मैं जानता हूं कि हमारी दोस्ती इतनी मजबूत है कि इसे कोई भी चीज हिला नहीं सकती।"


रिया की आँखों में आंसू आ गए, लेकिन इस बार वे खुशी के आंसू थे। उसने अंशुल को गले लगाते हुए कहा, "अंशुल, मुझे भी यही डर था। लेकिन अब मुझे समझ में आ गया कि हमारे बीच का प्यार और दोस्ती दोनों ही मजबूत हैं।"


उस दिन के बाद, रिया और अंशुल की जिंदगी में एक नई शुरुआत हुई। उनका प्यार और भी गहरा हो गया और उनकी दोस्ती और भी मजबूत। रिया का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ और उसे उसका सच्चा प्यार मिल गया। 


और इस तरह, रिया और अंशुल की अनकही प्रेम कहानी एक खूबसूरत हकीकत में बदल गई। उनके दिलों के बीच की दूरियां खत्म हो गईं और वे हमेशा के लिए एक-दूसरे के हो गए। 


दोनों ने मिलकर जिंदगी के हर पल को खूबसूरत बना दिया और उनके प्रेम की कहानी एक मिसाल बन गई। उनका प्यार और दोस्ती दोनों ही अनमोल थे और यही उनके रिश्ते की सबसे बड़ी ताकत थी। 


इस कहानी ने यह साबित कर दिया कि सच्चा प्यार और दोस्ती कभी भी अलग नहीं हो सकते, और जो चीजें दिल से महसूस की जाती हैं, उन्हें कभी भी शब्दों की जरूरत नहीं होती।


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