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Shikshak Day 5th September || Speech by Kajal Sah, Kolkata. 5 सितंबर को ही शिक्षक दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है। राधाकृष्णन शिक्षा के प्रति अत्यधिक समर्पित और शिक्षा को बढ़ावा देने वाले व्यक्ति थे। इस दिन पूरा देश उन्हें एक शिक्षक के रुप में भी याद करता है।
कब मनाया जाता है शिक्षक दिवस? बात अगर शिक्षक दिवस को मनाने की करें, तो डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस (5 सितंबर) के मौके पर ये मनाया जाता है। डॉक्टर सर्वपल्ली भारत के पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति भी थे।
Kajal Sah: हमारे शिक्षक हमें शैक्षणिक दृष्टी से तो बेहतर बनाते ही हैं साथ ही हमारे ज्ञान, विश्वास स्तर को बढ़ाकर नैतिक रुप से भी हमें अच्छा बनाते है। जीवन में अच्छा करने के लिये वह हमें हर असंभव कार्य को संभव करने की प्रेरणा देते हैं। विद्यार्थियों के द्वारा इस दिन को बहुत उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है।
ऐसे में शिक्षक दिवस भारत देश में कोई आम दिन नहीं है, बल्कि देश की गुरुओं में आस्था व उनके प्रति बहुत सम्मान होने के कारण शिक्षक दिवस यहाँ विशेष महत्व का दिन बन जाता है। यही वजह है कि शिक्षक दिवस पर भारत के हर छोटे-बड़े विद्यालय, कोचिंग सेंटर, कॉलेज आदि के छात्र इस दिन को विशेष बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।
Shikshak Day 5th September || Speech by Kajal Sah, Kolkata |
कविता: कली
फूलों कि कली की तरह
जीवन है मेरा
मुरझा जाने पर
खिल नहीं पाती हूँ
यूँ ही मुस्काती हूँ, मैं
कांटे चुभ जाने पर
यूँ ही चलती हूँ, मैं
फूलों की कलियों की तरह
जीवन है मेरा।
ना जाने कब मेरे
होठों पर
अंतिम मुस्कान था
ना जाने कब मैंने
खुद को पाया था
बिखरे फूलों की तरह
बिखर चुकी हूं मैं
मधुबन के सूखे वृक्षों की तरह
टूट चुकी हूं मैं
सूखे फूलों की तरह
बन गया है जीवन मेरा।
धन्यवाद: काजल साह:स्वरचित
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